ऑरेंज सिटी क्राफ्ट मेला एवं लोकनृत्य समारोह, 10 दिनों का होगा भव्य आयोजन
30 वें ऑरेंज सिटी क्राफ्ट मेला एवं लोकनृत्य समारोह मे 200 से अधिक लोक नृत्य कलाकार देंगे प्रस्तुतियाँ
150 से अधिक हस्तशिल्पकार करेंगे शिरकत, सजेंगे स्वादिष्ट व्यंजनों के भी स्टॉल
दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, नागपुर द्वारा 7 फरवरी 2024 को 30 वे ऑरेंज सिटी क्राफ्ट मेला एवं लोकनृत्य समारोह के संबंध में पत्रकार परिषद का आयोजन किया गया था| पत्रकार परिषद को दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, नागपुर के सहायक निदेशक (कार्यक्रम) श्री दीपक कुलकर्णी ने संबोधित किया| इस अवसर पर प्रशासकीय व लेखा अधिकारी श्री दीपक पाटिल की उपस्थिती रही|
दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, नागपुर, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले राष्ट्रीय स्तर के “ऑरेंज सिटी क्राफ्ट मेला एवं लोकनृत्य समारोह” का आयोजन इस वर्ष दिनांक 9 फरवरी से 18 फरवरी 2024 के दरम्यान किया जा रहा है| सम्पूर्ण भारत वर्ष में प्रसिद्ध इस मेले में देश के विभिन्न राज्यों के लोक एवं आदिवासी नृत्यों की प्रस्तुति, हस्तशिल्प एवं स्वादिष्ट व्यंजनों की प्रदर्शनी तथा विक्री होती है| बहुप्रतीक्षित 30 वें ऑरेंज सिटी क्राफ्ट मेला एवं लोकनृत्य समारोह का उद्घाटन दिनांक 9 फरवरी 2024 को शाम 6.00 बजे होंगा| उद्घाटन समारोह के लिए नागपुर की विभागीय आयुक्त श्रीमती विजयलक्ष्मी बिदरी, जिल्हाधिकारी डॉ विपिन इटनकर एवं पुलिस आयुक्त डॉ रविन्द्र कुमार सिंगल जी को आमंत्रित किया गया है|
इस समारोह में दिनांक 9 से 18 फरवरी 2024 के दरम्यान दोपहर 2.00 बजे से रात 9.30 बजे तक हस्तशिल्प मेले में नागरिकों को प्रवेश दिया जाएगा| लोकनृत्यों की बहारदार प्रस्तुति मुख्य मंच पर शाम 6.30 बजे से प्रारंभ होगी| हस्तशिल्प मेले में लगभग 150 हस्तशिल्पकार सहभागी होंगे तथा 200 से अधिक लोक एवं आदिवासी कलाकार शिरकत करेंगे| ऑरेंज सिटी क्राफ्ट मेला में क्राफ्ट स्टॉल के साथ–साथ भारतवर्ष के विभिन्न राज्यों से पारंपरिक भारतीय व्यंजनों के स्टॉल भी विशेष आकर्षण का केंद्र रहेंगे|
लोक एवं आदिवासी नृत्य प्रस्तुति में दिनांक 9 से 12 फरवरी 2024 के दरम्यान शाम 6.30 बजे से सिरमोरी नट्टी (हिमाचल प्रदेश), समई नृत्य (गोवा), जिझिया नृत्य (बिहार), टाइगर नृत्य (तमिलनाडु), स्नो लायन/ याक नृत्य (सिक्किम), राई नृत्य (बुंदेलखंड), रामनामी भजन दल (छत्तीसगढ़) एवं पंडवानी गायन (छत्तीसगढ़) इनकी प्रस्तुति होगी|
दिनांक 13 फरवरी 2024 को शाम 6.30 बजे कार्यक्रम की प्रथम प्रस्तुति SVK शिक्षण संस्था के दिव्यांग बच्चों द्वारा फैशन शो की होगी| इसके पश्चात ललित कला विभाग, रा.तु.म नागपुर विद्यापीठ के विद्यार्थियों द्वारा “मिले सुर मेरा तुम्हारा” कार्यक्रम की प्रस्तुति दी जाएगी| दिन की
अंतिम प्रस्तुति श्रीमती श्रध्दा जोशी इनके मार्गदर्शन मे मिशन विश्वास ममत्वा फ़ाउंडेशन के मुद्रा ट्रांसजेंडर कलाकारों द्वारा विविध नृत्यों की प्रस्तुतियाँ दी जाएगी|
दिनांक 14 से 18 फरवरी 2024 के दरम्यान शाम 6.30 बजे से लोक एवं आदिवासी नृत्य प्रस्तुति में सम्मी नृत्य (पंजाब), रठवा नृत्य (गुजरात), राभा नृत्य (असम), नागा नृत्य (नागालैंड), ढेडिया नृत्य (उत्तर प्रदेश), पीकॉक नृत्य (तमिलनाडू) एवं पालखी/ जाखड़ी नृत्य (महाराष्ट्र) की प्रस्तुतियाँ होगी|
दिनांक 10 से 14 फरवरी 2024 के दरम्यान बहुरूपी कलाकार (श्री राजेश औंधकर एवं समूह) अपनी अलग- अलग वेषभूषा मे प्रस्तुति से दर्शकों को आकर्षित करेंगे| इन कलाकारों को गुरु शिष्य परंपरा के अंतर्गत आमंत्रित किया गया है|
भारतवर्ष के विविध राज्य तथा राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हस्तशिल्पकार एवं प्रतिभाशाली कलाकार बड़ी संख्या में इस समारोह में सहभागी हो रहे है| इसमें टेराकोटा, खुर्जा पौटरी, फर्नीचर, कारपेट, हैंडलुम, ज्वेलरी, पेपर मैशि, ड्राय फ्लावर, मेटल क्राफ्ट, ग्लास क्राफ्ट, पंजाबी जुती, फुलकारी, चंदेरी साड़ी, पैठनी साड़ी, बनारसी साड़ी, जरी वर्क, मैट वेवींग, वूडन क्राफ्ट, बेल मेटल, जुट क्राफ्ट, खादी, कलमकारी प्रिंटिंग, लेदर पपेट, पाम लिफ पेंटिग, तनछुई साड़ी इत्यादी शिल्पकार सम्मिलित होंगे| उनके द्वारा निर्मित हस्तशिल्प वस्तुएँ प्रदर्शनी तथा बिक्री हेतु उपलब्ध रहेगी|
ऑरेंज सिटी क्राफ्ट मेला में क्राफ्ट स्टॉल के साथ–साथ भारतवर्ष के विभिन्न राज्यों से पारंपरिक भारतीय व्यंजनों के स्टॉल भी विशेष आकर्षण का केंद्र रहेंगे| इसमें पारंपरिक राजस्थानी व्यंजन, पंजाबी व्यंजन, चाट, पानी पुरी, कुल्फी, दक्षिण भारतीय व्यंजन, हैद्राबादी नॉनव्हेज, कलकत्ता काठी रोल, महाराष्ट्रीयन व्यंजनों के साथ विदर्भ का स्वाद भी उपलब्ध रहेंगा|
मेले की पार्किंग की सशुल्क सुविधा देशपांडे सभागृह एवं आमदार निवास में की गई है| इस समारोह के लिए प्रतिदिन प्रतिव्यक्ति रुपए 30/- मात्र देणगी प्रवेश शुल्क रखा गया है| सभी कला प्रेमी दर्शक एवं नागरिक इस भव्य समारोह में उपस्थित रहकर इसका आनंद उठाए ऐसा आवाहन आयोजक दक्षिण मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केंद्र, नागपुर द्वारा किया गया है|